Monday, July 28, 2014

झुलसा हुआ सूरज


धूप से झुलसा हुआ सूरज
उतर आया था झील में

सोचा ज़रा नहा लें


पर उबल रहा था झील का पानी भी
मुँह बना कर लौट गया आसमान में

अब शाम को एक ही बार
डुबकी मारेगा समन्दर में  
आग बुझाने
अपने दहकते बदन की... 



No comments: