बरसों बाद गया था मैं उस दफ्तर में
जहाँ कभी मैंने बहाए थे पसीने
सब कुछ बदल गया था
नए कर्मचारी थे और हाकिम भी
मैं जिस कुर्सी पर बैठता था
वह भी बदल गयी थी
एक्जीक्यूटिव कुर्सी पर विराजमान थे नए प्रभारी
उनके कक्ष में लगे प्रबंधकों की सूची में
मेरा नाम बारहवें स्थान पर था
नए प्रभारी सोलहवें क्रमांक पर थे
आगे की जगह उनके बाद वालों के लिए खाली थी
मैंने उन्हें ऑफिस की कायापलट के लिए बधाई दी
उन्होंने अपनी सफाई दी
कहा,
"पूर्ववर्तियों ने चौपट कर रखा था"
अब मेरे लिए कुछ बोलने के लिए नहीं बचा था
बिना परिचय दिए मैं वापस चला आया
रात भर सोचता रहा
मेरे ग्यारह पूर्ववर्तियों ने कितनी मिहनत की होगी
उनके छोड़े कामों को मैंने सर आँखों पर लिया था
तभी तो मेरा वहाँ पसीना बहा था
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