Thursday, May 23, 2024

फरवरी का महीना

 दफ्न होता है एक शायर पंद्रह को 
सन अठारह सौ उनहत्तर में
जानते हैं लोग उसे ग़ालिब के नाम से 

पैदा होता है एक फ़नकार इनकी रूह लिए 
आठ फरवरी को सन उन्नीस सौ इकतालीस में
जी उठता है फिर से ग़ालिब 
अपनी गज़लें सुन इनकी आवाज़ में
नाम जिसका है जगजीत

एक दूसरा अजीम शायर 
सुपुर्दे ख़ाक होता है आठ को ही
दो हजार सोलह में
नाम था जिसका निदा फ़ाज़ली 

ग़ालिब, जगजीत और निदा फ़ाज़ली
दो शायरों के बीच एक फ़नकार
इनके फ़न के समंदर में जो डूबा सो लगे पार 
इनका रिश्ता कितना सुहाना है
ये फरवरी का महीना है


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