Sunday, May 26, 2024

मणिपुर की स्त्रियां

नहीं बनी अब तक कोई ऐसी मशीन

जिसने मापी हो

धरती के किस हिस्से में

किस धर्म की स्त्री का दर्द

है सबसे बड़ा


या यह बताने में सफलता पाई हो कि 

छूना बड़ा अपराध है या मसलना

नंगा करना या नंगे कर सड़कों पर घुमाना

बलात्कार करना या खेतों में ले जाकर मार देना

या ज़िंदा लाश में तब्दील कर छोड़ देना


अपराध के लिए बंद कमरे हों या खुला मैदान

बाहुबली का शिकंजा हो

या हों लोग तमाम

मणिपुर हो या राजस्थान

छत्तीसगढ़ हो या पूरा हिंदुस्तान

तुलना बेमानी है

हे सत्ताधीश

जरूरी है सुनी जाए

बेटियों की चीख


दर्द दर्द होता है

प्यार की तरह इसे भी सिर्फ

महसूस किया जा सकता 

व्याख्यायित नहीं

हे पालनहार

कभी सुनो तो उनकी पुकार


दर्द संज्ञा है

और संज्ञा चेतना है

चेतनाशील प्राणी ही इसे समझ सकता

कितनी विडंबना है कि

संज्ञा होते हुए भी 

दर्द ही करता इंसान को संज्ञाशून्य 

बदल देता उन्हें चलती फिरती लाशों में 


आधी आबादी की ज़िंदा लाशों की तादाद से देश नहीं बनता

इसीलिए हर स्त्री का भोगा हुआ दर्द

बड़ा है 

देश से

धर्म से

राजनीति से


तुलना करनी ही हो

तो जान लो तन के दर्द से गहरा होता है मन का दर्द

जिसे भोगती हैं स्त्रियां कई जन्मों तक

इसीलिए करती हैं प्रार्थनाएं

अगले जन्म मोहे बिटिया न कीजो


#मणिपुर #स्त्री #बिटिया #yqdidi #yqhindi

No comments: