उतर आता है आसमाँ के
ज़ीने से
मेरे कमरे में अक्सर
मधुबनी का चाँदया चढकर आसमाँ के ऊपरी माले से
रातभर ख़ूब चमकता है मधुबनी का चाँद
कुछ ही दूरी पर
हिमालय पर्वत है
उसकी चोटी से चमकता
है मधुबनी का चाँद
धनबाद जब भी जाता
हूँ किसी छुट्टी में
साथ आ जाता है मेरे
मधुबनी का चाँद
ट्रेन की खिडकी से
जब भी देखा है
हमसफर साथ चलता
है मधुबनी का चाँद
मुख्तलिफ है यह दूसरी
जगहों से
अच्छा लगता है मुझे
मधुबनी का चाँद
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