हल्ला हंगामा
थालियों की खनखन
खाना देखकर
खाने को होता नहीं मन
दाल में पानी
तरकारी में मिर्ची
चावल में कंकर
जय जय शिव शंकर
फिर भी दौडता हूँ
होस्टल से मेस में
दो बजे तक ही मिलेगा
भात दाल तरकारी
याद आई महतारी.. ..
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